14 या 15 मार्च, कब खेली जाएगी होली?
ज्योतिषियों की मानें तो होली (Holi 2025 date and time) के शुभ अवसर पर दुर्लभ शिववास योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। होली के दिन चंद्र ग्रहण का भी साया रहने वाला है। इसके लिए ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ काम न करें। पूर्णिमा तिथि पर श्रीसत्यनारायण देव की पूजा की जाती है। साथ ही दान-पुण्य किया जाता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। 14 या 15 मार्च कब खेली जाएगी होली? हर साल फाल्गुन पूर्णिमा पर होली मनाई जाती है। यह पर्व भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर लोग एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं। साथ ही मिठाई खिलाकर होली (Holi Celerabtion Kab hai) की शुभकामनाएं देते हैं। होली बुराई पर अच्छाई का प्रतीक पर्व है। रंगों का त्योहार होली दो दिन मनाया जाता है। होली के एक दिन पहले होलिका दहन मनाया जाता है। वहीं, दूसरे दिन होली मनाई जाती है। हालांकि, होली की सही डेट को लेकर लोगों में दुविधा है। आइए, होली की सही डेट एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-https://youtu.be/NSL0jmbbSKY?si=L7qPXDq8WfWtrT3e
कब मनाई जाएगी होली? (Holi 2025 Shubh Muhurat)
14 या 15 मार्च कब खेली जाएगी होली? इस वर्ष श्री शुभ विक्रमीय संवत्, 2081 को फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि दिनांक 13 मार्च 2025, गुरुवार को सूर्योदय से लेकर सुबह 10:35 तक व्याप्त रहेगी, तत्पश्चात पूर्णिमा तिथि आरम्भ हो जाएगी। भद्रा करण, सुबह 10:35 से आरम्भ होकर रात्रि 11:26 तक रहेगा। अत: होलिका दहन 13 मार्च गुरुवार को रात्रि 11:26 के बाद ही होगा। व्रत की पूर्णिमा भी 13 मार्च को होगी। भद्रा में होलिका दहन का निषेध हमारे धर्मशास्त्रो में लिखा है। अत: भद्रा के बाद ही होलिका दहन धर्मसम्मत है। होलिका दहन का मुहूर्त रात्रि 11 बजकर 26 मिनट से रात्रि 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।14 या 15 मार्च कब खेली जाएगी होली?
शुक्रवार, 14 मार्च 2025 को स्नान दान की पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्रयुता परम पुण्यदायिनी फाल्गुनी पूर्णिमा दोपहर 12:23 तक रहेगी। इसके पश्चात चैत्र कृष्ण प्रतिपदा प्रारंभ होगी। इसलिए 14 मार्च को दोपहर के बाद रंग वाली होली रहेगी। किंतु उदया तिथि के अनुसार 15 मार्च को प्रतिपदा सूर्योदय के समय व्याप्त रहेगी, इसलिए 14 मार्च शुक्रवार को अंझा रहेगा।
14 या 15 मार्च कब खेली जाएगी होली?
चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि, 15 मार्च शनिवार को सूर्योदय से दोपहर 02 बजकर 33 मिनट तक रहेगी, अत: धुरड्डी (छारेन्डी) जिसे शुद्ध रूप से होलिका विभूति धारण कहा जाता है वह शनिवार को मनाना ही धर्मसम्मत है।14 या 15 मार्च कब खेली जाएगी होली?
16 मार्च को द्वितीया तिथि सूर्योदय से सायंकाल 5 बजे तक रहेगी इसलिए भाई दूज का पर्व 16 मार्च रविवार को मनाया जाएगा।14 मार्च को होली के दिन चंद्र ग्रहण लगेगा। हालांकि इस ग्रहण का प्रभाव भारत में नहीं होने की वजह से यहां पर ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए यहां ग्रहण को लेकर नियम नहीं मान्य होगा।
14 या 15 मार्च कब खेली जाएगी होली?